गोवा की साइबर क्राइम पुलिस ने महाराष्ट्र के संजय एम. चव्हाण (45 वर्ष) को ₹2.45 करोड़ की बड़ी ऑनलाइन धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार किया है। आरोपी ने अपना परिचय स्टॉक ब्रोकर के रूप में दिया और गोवा के सालसेट के एक व्यक्ति को व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़कर निवेश का लालच दिया। उन्होंने फर्जी ट्रेडिंग स्क्रीनशॉट और मुनाफे के आंकड़े भेजकर पीड़ित को लगातार निवेश करने के लिए प्रेरित किया, जिससे कुल ₹2.45 करोड़ का चूना लगाया गया..


🕵️‍♂️ घटना की मुख्य जानकारी

  • शिकायत और जांच: पीड़ित के संदेह होने पर उसने गोवा साइबर क्राइम थाना में शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद पुलिस ने आरोपी के बैंक खातों की वित्तीय लेन-देन की जांच शुरू की ।
  • आरोपी की गिरफ्तारी: संजय एम. चव्हाण को 6 जुलाई, 2025 को गोवा से गिरफ्तार किया गया (आज तक)।
  • प्राप्त राशि: शुरुआती जांच में पुलिस को आरोपी के खाते में ₹13.5 लाख की संदिग्ध राशि जमा होने का प्रमाण मिला (आज तक)।

⚖️ आरोप और आगे की कारवाई

  • पुलिस ने आरोपी पर भारतीय दंड संहिता (BNS) और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम (IT Act) की धाराओं में मामला दर्ज किया है (आज तक)।
  • प्रारंभिक जांच में संकेत मिला है कि चव्हाण एक संभव गिरोह का हिस्सा हो सकता है। इस बात की पुष्टि के लिए अन्य सहयोगियों और सताएँ की पहचान हेतु जांच जारी है (आज तक)।

📌 इस धोखाधड़ी से मिलने वाली सीख

  • अनजान व्यक्तियों द्वारा दी गई “स्टॉक मार्केट” या “उच्च मुनाफ़े” की गारंटी के दावे पर तुरंत भरोसा न करें।
  • किसी भी निवेश से पहले उस स्टॉक ब्रोकर की SEBI या रजिस्टर्ड लाइसेंसिंग संस्थाओं पर हमेशा जांच करें।
  • सोशल मीडिया या व्हाट्सएप ग्रुप में भेजे गए स्क्रीनशॉट या लाभ आंकड़ों को तथ्यात्मक प्रमाण मानने से बचें।
  • किसी भी तरह की संदेहास्पद गतिविधि पर तुरंत गोवा साइबर क्राइम सेल या नजदीकी पुलिस स्टेशन में सूचना दें।

📝 संक्षिप्त सारांश

विवरणजानकारी
📅 घटना दिनांक6 जुलाई, 2025
👤 आरोपीसंजय एम. चव्हाण (45), महाराष्ट्र निवासी
💰 ठगी राशि₹2.45 करोड़
✅ खाते में जमा₹13.5 लाख
⚖️ धाराएँBNS एवं IT Act
🚓 गिरफ्तारीगोवा साइबर क्राइम सेल द्वारा

यह मामला आधुनिक डिजिटल धोखाधड़ी की गंभीरता की ओर एक चेतावनी है। सतर्क रहें और बिना सत्यापन किसी भी ऑनलाइन निवेश योजना का हिस्सा न बनें।